शनिवार, अगस्त 01, 2009
चोर को चोर मत कहो
चोर को चोर मत कहो चोर को क्या चोर नही कहना चाहिए , यदि यह ग़लत नही है तो नगर निगम परिषद् की बैठक में सफाई कामगार की वर्दी खरीदी घोटाले में अपनी बात रखते हुए पार्षद मुनव्वर अली ने क्या ग़लत कह दिया ! भाजपा पार्षदों को मिर्ची क्यो लगी !मतलब इस घोटाले में वह भी शामिल है जो ईमानदारी की बाते सरे आम करते है और रात के अंधेरे में चोरी के माल में कमीशन लेने से परहेज नही ! अरे प्रदेश में तुम्हारे दल की सरकार है ,मुख्यमंत्री और नगरीय प्रशासन मंत्री तुम्हारा,तुम जानते हो की इस चोरी में कौन से अधिकारी और कर्मचारी शामिल है , उसके बाद भी कोई कार्यवाई न हो यह तो बड़े ही शर्म की बात है ! वह भी तथाकथित रामराज्य में ! गरीबो के हक़ का माल खाते हुए देख चुप रहना भी चोरी में शामिल रहने के बराबर ही है ! अब आगे कुछ नही कहना की पार्षद मुनव्वर अली की बात सही है या ग़लत ! फैसला आप सबके ऊपर
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